पत्नी की कमी अखरती है
#__पत्नी__की__कमी__हमेशा__अख़रती__है__
एक पत्नी की कमी तब अख़रती है जब वह चली जाती है
और वापस लौट कर कभी नहीं आती...!!!
छत पर लगे जाले व आँगन की धूल हटाने में आपको संकोच आता है...!!!
#तुम्हारी_ये_सफाई कहने का मौका नहीं मिल पाता...!!!
एक पत्नी की कमी तब अख़रती है जब काॅलरों का मैल छुड़ाने में पसीना छूट जाता है...!!!
उसकी लय में चूडियाँ एक साथ नहीं खनकतीं...!!!
उसका मेहनतकश होना याद आता है...!!!
एक पत्नी की कमी तब अख़रती है जब घर में देर से आने पर रोटियाँ ठंडी हो जाती है...!!!
सब्जियों में आपकी पसंद का ज़ायका नहीं रहता...!!!
और तब आपसे यह तक कहते नहीं बनता है कि :----
#_मुझे_ये_पसंद_नहीं_
एक पत्नी की कमी तब अख़रती है जब बच्चा रात को ज़ोर से रोता है...!!!
आप अनमने से उठ जाते हैं और यह नहीं कह पाते कि :---
#_कितनी_लापरवाह_हो_तुम_
एक पत्नी की कमी तब अख़रती है जब आप रात में अकेले सोते हैं...!!!
करवट बदलते रहते हैं पर बगल में हाथ धरने पर कुछ नहीं मिलता...!!!
एक पत्नी की कमी तब अख़रती है जब त्यौहारों के मौसम में नयी चीज़ों के लिए कोई नहीं लड़ता...!!!
और आपसे यह कहते नहीं बनता कि :-----
#_और_पैसे_नहीं_हैं_
एक पत्नी की कमी तब अख़रती है जब आप ग़म के बोझ तले दबे होते हैं...!!!
निपट अकेले रोते हैं पर आपके आँसू पोंछने वाला कोई नहीं होता...!!!
सांत्वना देने वाला कोई नहीं होता...!!!
और आप किसी से कुछ नहीं कह पाते...!!!
हाँ ^ पत्नी की कमी तब अख़रती ज़रूर है...!!!
सुनीता गुप्ता "सरिता"के
आँचल सोनी 'हिया'
19-Oct-2022 11:54 PM
Bahut khoob 💐🙏
Reply
Renu
18-Oct-2022 11:20 PM
बहुत ख़ूब.....👍🌺
Reply
Palak chopra
18-Oct-2022 10:48 PM
Very nice 👍
Reply